22 Things You Must Do With Your Wife!
22 चीज़ें जो आपको अपनी पत्नी के साथ ज़रूर करनी चाहिए!
1. उसे प्यारे उपनामों से बुलाएँ जो उनकी पसंद हों जिस से उनको खुशी मिले। हुज़ूर ﷺ हज़रत आयशा को “आइश/आयशु” कहते थे)।
आप भी ऐसा ही करें, कुछ नाम ऐसा होते हैं के उनके बदल कर कुछ प्यार से बोलो तो अच्छे लगते हैं तो ऐसे ही कोई प्यारा सा नाम आप भी तलाश करें। या कुछ और जो आपको अच्छा लगे अपनी बीवी के लिए।
2. उसके साथ कोई भी हलाल खेल खेलें (हुज़ूर ﷺ हज़रत आयशा के साथ रेस लगाते थे) और अल्लाह को यह बहुत पसंद है जब एक पति अपनी पत्नी के कोई अच्छा खेल साथ खेलता है।
तो आप भी जब उनके साथ हो तो कोई उनके साथ खेल कूद करें, हंसी मज़ाक करें।
3. उसके साथ अच्छा व्यवहार करें और उसे वह सब कुछ दें जिससे उसका दिल आपके प्रति नरम हो जाए (यह हुज़ूर ﷺ की ओर से मैदान ए राफात में उनके आख़िरी खुतबे में दी गई नसीहत है।)
इस पर अमल करें और बीवियों के साथ बेहतरीन बर्ताव करो, इस से घर का माहोल अच्छा होगा लड़ाई झगड़े कम होंगे
4. कभी-कभी उसके लिए तोहफ़ा खरीदें और उनकी प्यार से दें, चाहे वह टॉफी ही क्यों न हो (उन्हें बच्चे की तरह व्यवहार किया जाना पसंद है)।
बीवियां को बच्चों की तरह प्यार दो बाहर से घर जाओ तो उनके लिए कोई प्यारा सा तोहफा ले कर जाओ और जब उनको दो प्यार से दो उनसे कुछ लफ़्ज़ भी बोलो के ये मुझे अच्छा लगा तो आपके लिए ले आया
5. बिना उसके राज़ी किए उसके साथ कभी भी संभोग न करें, संभोग से पहले प्यार दें जैसे कि चुंबन और हमेशा सुनिश्चित करें कि वह संतुष्ट है (हुज़ूर ﷺ के द्वारा सुझाया हुआ तरीक़ा)
ये प्यार के पल होते हैं इनमें ज़ोर ज़बरदस्ती नहीं इस्लाम इसकी पसंद नहीं करता जिस तरह आप कभी कभी अच्छे मिज़ाज में नहीं होते आपका मन नहीं करता उनको भी इस तरह की फीलिंग्स भी होती हैं
6. जब भी आप घर पर हों, घरेलू काम काज़ में उसकी मदद करें, जैसे कि खाना बनाना, कपड़े धोना, कमरे को साफ करना आदि (यह सुन्नत है) ख़ुद हुज़ूर ﷺ भी इस तरह किया करते थे।
7. उसके माता-पिता का सम्मान करें और कभी-कभी उनके लिए भी उपहार खरीदें।
8. वह आपके लिए जो भी अच्छा काम कर रही है, उसकी सराहना करें और उसके लिए हमेशा उसका शुक्रिया अदा करें।
अल्लाह फरमाता है; जो लोगों का शुक्रिया अदा नहीं करता, वह मेरा शुक्रिया अदा नहीं करता।
9. उसे बताएं कि वह आपके लिए कितनी मायने रखती है, आप उससे कितना प्यार करते हैं और उसे पाकर आप कितने भाग्यशाली हैं।
10. कभी-कभी उसे एक बच्चे की तरह बिस्तर पर ले जाएं।
11. उसकी आलोचना करने से पहले उसकी प्रशंसा करें।
12. हमेशा अच्छी खुशबू (मुंह और शरीर दोनों से, यह सुन्नत है) से खुद को उसके लिए आकर्षक बनाएं।
13. जब आप साथ हों तो उससे बातें करें। एक दूसरे को साझा करें
14. जब आप काम पर हों तो उसे फोन करके कहें, “आई मिस यू”, “आई लव यू”।
15. उसके साथ मिलकर काम करें, जैसे खाना बनाना, खाना, जनाबत नहाना, कुरान पढ़ना, आदि।
16. दूसरों के सामने उसकी गलती न बताएं।
ऐसा करने से रिश्ते ख़राब होते हैं जिस तरह किसी के सामने आपको कोई कुछ कहे बुरा लगेगा ऐसे ही सबको लगता है
जब आप अकेले हों तो प्यार से समझाएं वो ज़रूर आपकी बात मानेंगी
17. उसे दीन के बारे में वह सब सिखाएं जो वह नहीं जानती और दीन के मामलों में उसका हौसला बढ़ाएं।
18. उसे मारना, पीटना या नुकसान पहुँचाना बंद करें (यह इस्लाम नहीं है) इस्लाम गलतियों पर माफ़ करना सिखाता है और समझाने की बात करता है)
19. उसे हिजाब पहनने (यह अनिवार्य है), पाँचों वक्त की नमाज़ को अपने तय समय पर पढ़ने और रमज़ान के महीने में रोज़ा रखने के लिए प्रोत्साहित करें।
20. अपने जीवन की हव्वा के लिए अल्लाह का शुक्रिया अदा करें।
हज़रत हव्वा हज़रत आदम अलैहिस्सलाम की जीवन साथी थीं और उनको पा कर आप बहुत खुश हुए थे आप भी अपनी हव्वा के लिए अल्लाह का शुक्र अदा करें
21. हमेशा अपनी दुआओं (प्रार्थनाओं) में उसे याद रखें।
22. उसके जन्नत तक जाने का रास्ता आप बनो।
हुज़ूर की 6 सुन्नतें
- एक बर्तन से नहाना यानी एक साथ एक नहाना
- माहवारी (हैज़) के दौरान बीवी की गौद में सर रखना और कुरआन की तिलावत करना
- बीवी को अपने हाथों से खाना खिलाना
- बेहतरीन समय बीवी के साथ गुज़ारना
- बीवी के साथ दौड़ लगाना (खेल खुद करना)
- घर के काम काज़ में बीवी की मदद करना
अल्लाह हमारी शादीशुदा ज़िन्दगी में बरकत दे।
आमीन।